पुरातत्व महत्त्व के भवन में 1930 से यूनानी चिकित्सालय स्थापित है. यूनानी शिफ़ाख़ाना के नाम से प्रसिद्ध है.
- आयुष विभाग, मध्य प्रदेश द्वारा संचालित.
- 01.12.1981 में शासकीय यूनानी फार्मेसी की इसी भवन में स्थापना.
- विगत 40 वर्षों से अधिक समय से प्रसिद्ध एवं अत्यंत लाभकारी यूनानी औषधिओं का निर्माण.
- प्रदेश भर के शासकीय यूनानी चिकित्सालयों एवं औषधालयों में रोगियों को निःशुल्क वितरण हेतु औषधियां प्रदाय.
- एक से डेढ़ करोड़ की औषधियों का प्रति वर्ष निर्माण.
- वर्ष 2019 में रिकार्ड एक करोड़ छियासाठ लाख छब्बीस हज़ार से अधिक मूल्य की औषधियों का निर्माण.
- निरंतर बढ़ती हुयी मांग के दृष्टिगत 2 करोड़ की औषधियों के निर्माण का संकल्प.
- नवाचार के अंतर्गत रंगीन स्टीकर्स का प्रयोग.
- आकर्षक पैकिंग.
- प्रचार प्रसार का प्रयास.
- आत्मनिर्भर भारत में सहभागिता का प्रयास
संचालनालय आयुष विभाग म0प्र0 शासन अन्तर्गत विभागी औषधियॉ जिला अस्पताल तथा कालेज हास्पीटल के माध्यम से मरीजों के लिये गुणवत्ता युक्त आयुर्वेदिक शास्त्रोक्त औषधियों की उपलब्धता हेतु उनका निर्माण एवं प्रदाय कार्य ग्वालियर स्थित राज्य स्तरीय शासकीय आयुर्वेद फार्मेसी में किया जाता है।
आयुर्वेद फार्मेसी की स्थापना ग्वालियर स्टेट के समय में वर्ष 1918 में हुई थी। यहां से होकर भिन्न-भिन्न स्थानों पर संचालित होने की यात्रा कर वर्तमान भवन में वर्ष 1956 से आयुर्वेद फार्मेसी चल रही है, जो कि लगभाग 50 हजार सक्वायर फीट में फैली हुई है। इसे कार्य की दृष्टि से मुख्य रूप से कार्यालयीन विंग तथा फार्मेसी विंग में विभाजित किया गया है। फार्मेसी विंग को कार्य की दृष्टि से 6 भागों में बॉटा गया है:
- निर्माण विभाग -
इसमें मुख्य रूप से काष्टौषध आधारित शास्त्रोक्त योगों का निर्माण मशीनों से चिकित्सकों की निगरानी में होता है।
- रसायन विभाग –
इसमें मुख्य रूप से खनिज-आधारित तथा आसव-आरिष्ट, मल्हम इत्यादि योगों का निर्माण चिकित्सक की निगरानी में शास्त्रोक्त विधियों से किया जाता है।
- पैकिंग विभाग -
निर्मित औषधियों को विधिवत पैकिंग कार्य कर प्रेषण विभाग में पहुचाया जाता है।
- आयुर्वेद प्रेषण विभाग –
इसे हम तैयार औषधि स्टोर भी कह सकते हैं, जहॉ पर सम्पूर्ण प्रदेश के जिला आयुष अधिकारी तथा प्रधानाचार्य गण अपने अधीन संचालित औषधालय तथा चिकित्सालयों के लिये अपनी-अपनी मॉग पर औषधि प्राप्त करते हैं।
- स्टोर विभाग -
सम्पूर्ण फार्मेसी के कच्ची औषधि का भण्डारन कार्य इस विभाग का मुख्य कार्य है। जहॉ से समय-समय पर योगानुरूप घटक द्रव्यों को मँगानुसार निर्माण विभाग को उपलब्ध कराया जाता है।
- क्वालिटी नियंत्रण विभाग -
इस विभाग में औषधि निर्माण प्रक्रिया की गुणवत्ता निगरानी तथा तैयार औषधियों की गुणवत्ता परीक्षण का दायित्व चिकित्सक निर्वहन करते हैं।
संचालनालय आयुष के अधीन इस संस्था के विभाग से निर्माण लक्ष्य 2005 से निर्धारित हैं । जिसमें से योजनानुरूप वार्षिक मॉग पत्र पर कच्ची औषधियॉ संचालनालय द्वारा उपलब्ध कराई जाती हैं।
उत्पादन एवं प्रदाय कार्य हेतु यहॉ निम्नानुसार पद स्वीकृत हैं:-
- प्रथम श्रेणी अधीक्षक फार्मेसी - 01 पद
- Class II Assistant Superintendent Pharmacy - 01 Post
- द्वितीय श्रेणी सहायक अधीक्षक फार्मेसी -01 पद
- द्वितीय श्रेणी आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी - 07 पद
- तृतीय श्रेणी कम्पाउण्डर - 07 पद
- तृतीय श्रेणी मैकेनिक/सहायक मैकेनिक - 01 पद प्रत्येक
- तृतीय श्रेणी कारपेंटर - 01 पद
- तृतीय श्रेणी वाहनचालक - 01 पद
- तृतीय श्रेणी कार्यालयीन वरिष्ठ मुख्या लिपिक -01 पद
- तृतीय श्रेणी लेखापाल- 01 पद
- तृतीय श्रेणी सहायक ग्रेड 2 - 06 पद
- तृतीय श्रेणी सहायक ग्रेड 3 - 04 पद
- चतुर्थ श्रेणी क्लीनर - 01 पद
- चतुर्थ श्रेणी कार्यालय चौकीदार -03 पद
- चतुर्थ श्रेणी स्वच्छक-02 पद
- चतुर्थ श्रेणी भृत्य-03 पद
- फार्मेसी के विभिन्न विभागों में औषधि निर्माण तथा प्रदाय प्रक्रिया में लगे चतुर्थ श्रेणी पददवासाज-24 पद
- चतुर्थ श्रेणी पैकर - 08 पद
- चतुर्थ श्रेणी खल्लासी-05 पद
फार्मेसी द्वारा विभागीय चिकित्सकीय संस्थाओं को विगत वर्षो में निम्नानुसार औषधियॉ उपलब्ध कराई गई हैं।
क्रमांक |
वर्ष प्रदाय |
मूल्य |
1 |
2020-21 |
1,25,20,011 |
2 |
2019-20 |
2,22,86,348 |
3 |
2018-19 |
4,31,86,479 |